एक नवीन अध्ययन के अनुसार, वोल्बाचिया बैक्टीरिया (Wolbachia Bacteria)ने इनकार्सिया फोरमोसा नामक ततैया (wasps) में कुछ इस तरह परिवर्तन किया कि उसने नर को जन्म ही नहीं दिया। इससे नर की संख्या कम हो गई।
ई. फोरमोसा ततैया, फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले व्हाइटफ्लाइज कीट की संख्या को नियंत्रित करने में मदद करता है।
वोल्बाचिया बैक्टीरिया(Wolbachia Bacteria) के बारे में:
यह आमतौर पर नेमाटोड और आर्थोपोड, खासकर कीड़ों में पाया जाता है।
यह बैक्टीरिया कीड़ों के अंडों में पाया जाता है, परन्तु यह उनके शुक्राणु में नहीं पाया जाता है।
यही कारण है कि केवल मादाएं ही इस बैक्टीरिया को अपनी संतति तक पहुंचा सकती हैं जबकि नर ऐसा करने में सक्षम नहीं है।
इसके परिणामस्वरूप, वोल्बाचिया अपने होस्ट कीड़ों में परिवर्तन करने की क्षमता विकसित कर चुका है।
इससे ये कीड़े नर की तुलना में अधिक मादा संततियों को जन्म देते हैं।
वोल्बाचिया का ट्रा जीन इस गुण को दर्शाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
संभावित उपयोगः
वोल्बाचिया को होस्ट करने वाले मच्छरों का उपयोग बीमारी फैलाने वाली मच्छर प्रजातियों की संख्या को कम करने के लिए किया जा सकता है,
उदाहरण के लिए- AE एजिप्टी मच्छर ।
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