आखिर कोन होगा बादली (Badli Election) हलके की कांग्रेस सीट का उम्मीदवार
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस बजरंग पूनिया की बादली(Badli Election) सीट से टिकट दे सकती है।
हालांकि, मौजूदा विधायक कुलदीप वत्स भी दोबारा टिकट पाने की उम्मीद कर रहे हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी कमर कस ली है, लेकिन इसी बीच पार्टी में विरोध के कुछ सुर भी उठते दिख रहे हैं।
दरअसल, कांग्रेस में पहलवान विनेश फोगाट के साथ पहलवान बजरंग पूनिया की संभावित एंट्री ने राज्य की राजनीति और भी दिलचस्प कर दी है।
बजरंग पूनिया ने बादली सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है और इसी बीच अब पार्टी के एक नेता की नाराजगी भी नजर आने लगी है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस जीत की कोशिशों में अपने जिताऊ उम्मीदार खोजने में लगी है।
एक ओर पहलवान बजरंग पूनिया ने राहुल गांधी और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात के बाद इच्छा रखी थी कि वह बादली सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
इसके बाद हरियाणा की बादली सीट से कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स देर रात केसी वेणुगोपाल से मिले।
क्या कुलदीप वत्स(Badli Election) कांग्रेस की बात मानने को तैयार नहीं:
अगर कांग्रेस बजरंग पूनिया की बात मानते हुए उन्हें बादली सीट से उम्मीदवार बनाती है तो मौजूदा विधायक कुलदीप वत्स का टिकट कट सकता है।
सीट बचाने के लिए बुधवार रात कुलदीप वत्स ने कांग्रेस के संगठन महासचिव वेणुगोपाल से मिलकर गुहार लगाई है।
सूत्रों के मुताबिक, वेणुगोपाल ने कुलदीप वत्स को समझाने की कोशिश की है लेकिन वत्स मानने को तैयार नहीं हैं।
क्या कांग्रेस को हो सकता है नुकसान:
गौरतलब है कि कुलदीप वत्स कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते हैं।
ऐसे में कांग्रेस के अखाड़े में बादली सीट की कुश्ती रोचक हो गई है।
वाइल्ड कार्ड से बजरंग पूनिया ने एंट्री तो ले ली है लेकिन टिकट के ऐलान से पहले ही कुलदीप वत्स ने ताल ठोक दी है।
अब पार्टी के सामने धर्मसंकट की स्थिति पैदा हो रही है, क्योंकि सिटिंग विधायक को नाराज करना किसी भी राजनीतिक दल के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
सूत्रों के द्वारा जनता की राय बताई जा रही है की कुलदीप वत्स जनता के बीच मे रह कर कार्य करते है,
और एक उच्चविचार एवं सादगी वाले नेता है, जो लोगो को पसंद भी आए है।
वही जनता में से कुछ बुद्धिमान लोगों का मानना है की हो सकता है की कुलदीप वत्स आने वाले समय में अपने किसी परिवार के सदस्य को राजनीति मे उतार सकते हैं।
वहीं जनता द्वारा बजरंग पूनिया की बात की जाए तो बजरंग नौजवानों का चहेता चेहरा हैं जो हो सकता है आने वाले समय में राजनीति मे अच्छा धमाल मचा सकते है।
बाकी बादली हलके की जनता समझदार है किसको वोट डालनी हैं यह जनता का अपना निर्णय होगा, शायद आने वाला समय नौजवानों के लिए बेहतरीन और जबरदस्त साबित हो सकता हैं।