• दक्षिणी महासागर(Southern Ocean) मे स्वच्छ वायु का अर्थ है वायुमंडल में एरोसोल का निम्न स्तर होना।
• एयरोसोल वायु में निलंबित महीन ठोस कणों या तरल बूंदों को कहते हैं।
दक्षिणी महासागर(Southern Ocean) क्षेन में वायु में एरोसोल के निम्न स्तर के लिए उत्तरदायी कारणः
• इस क्षेत्र में मानव गतिविधियां कम हैं।
इसकी वजह से जीवाश्म ईंधन का उपयोग कम होता है और उत्सर्जन भी कम होता है।
• यहां सर्दियों में पादपप्लवक (Phytoplankton) कम होते हैं। इसकी वजह से सर्दियों में कम मात्रा में सल्फेट कण मौजूद होते हैं।
गौरतलब है कि पादपप्लवक वायुजनित सल्फेट कणों का एक स्रोत है।
(Southern Ocean)बादलों और वर्षा की भूमिका:
• मधुमक्खी के छत्ते जैसी संरचना वाले बादल, दक्षिणी महासागर क्षेत्र(Southern Ocean) की जलवायु में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
• खुले मधुमक्खी के छत्ते जैसी संरचना वाले बादल सूर्य के प्रकाश को स्वयं में से गुजरने देते हैं।
ये बादल अधिक तीव्र और छिटपुट वर्षा का कारण बनते हैं। यह वर्षा एरोसोल को हटा देती है।
» ये बादल सर्दियों में अधिक बनते हैं।
गौरतलब है कि बंद मधुमक्खी के छत्ते जैसी संरचना वाले बादल सूर्य के प्रकाश को परावर्तित कर देते हैं।
इससे कम वर्षा होती है और इस प्रकार ये बादल एरोसोल को हटाने में कम प्रभावी होते हैं।
दक्षिणी महासागर (अंटार्कटिक महासागर) के बारे में:
• यह भूगर्भिक दृष्टि से विश्व का सबसे युवा महासागर है।
• यहां दक्षिणावर्त प्रवाहित होने वाली अंटार्कटिक परिध्रुवीय धारा (Antarctic Circumpolar Current) अधिक हैं।
• यह क्षेत्र अपनी तेज हवाओं
प्रबल तूफानों, नाटकीय मौसमी बदलावों और ठंडे तापमान के लिए जाना जाता है।