SEBEX 2 विस्फोटक को सोलर इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड (EEL) ने मेक इन इंडिया पहल के तहत बनाया है।
इसे भारतीय नौसेना ने प्रमाणित किया है।
SEBEX 2 को नई विधि से तैयार किया गया है।
यह विश्व में सबसे शक्तिशाली गैर-परमाणु विस्फोटकों में से एक है।
नई विधि से तैयार SEBEX 2 का परीक्षण नौसेना की रक्षा निर्यात संवर्धन योजना (DEPS) के तहत किया गया है।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय नौसेना ने SITBEX 1 (थर्मोबेरिक विस्फोटक) और SIMEX 4 को भी प्रमाणित किया है।
SEBEX 2, SITBEX 1 और SIMEX 4 के बारे में:
SEBEX 2 हाई मेल्टिंग विस्फोटक (HMX) पर आधारित है।
यह एक मानक ट्राइनाइट्रोटोल्यूइन (TNT) की तुलना में लगभग 2.01 गुना घातक है।
ट्राइनाइट्रोटोल्यूइन (TNT) एक प्रकार का विस्फोटक है।
इसका उपयोग सैन्य गोले, बम और ग्रेनेड में; औद्योगिक उपयोग में तथा पानी के नीचे चट्टानों को विस्फोट के जरिए तोड़ने में किया जाता है।
डेंटेक्स / टॉरपेक्स जैसे पारंपरिक विस्फोटक TNT की तुलना में 1.25-1.30 गुना घातक होते हैं।
डेंटेक्स / टॉरपेक्स जैसे पारंपरिक विस्फोटक का उपयोग आम तौर पर पारंपरिक वारहेड्स, हवाई बम और अलग-अलग प्रकार के गोला-बारूद में किया जाता है।
SITBEX 1 यानी थर्मोबेरिक विस्फोटक गहन ऊष्मा के साथ अधिक अवधि का विस्फोट उत्पन्न करता है।
यह दुश्मन के बंकरों, सुरंगों और अन्य किलेबंद स्थानों को निशाना बनाने में अधिक उपयोगी है।
थर्मोबेरिक विस्फोटक संरचना में फ्यूल प्रचुर मात्रा में होता है।
यह अधिक क्षमता वाले पारंपरिक विस्फोटकों की तुलना में अधिक समय तक उच्च तापमान और अधिक दबाव बनाने में सक्षम है।
SIMEX 4 ऐसा गोला-बारूद या म्युनिशन है, जिसे मानक विस्फोटकों की तुलना में भंडारित करना,
किसी अन्य जगह ले जाना और हैंडलिंग करना अधिक सुरक्षित है।
मानक विस्फोटकों के गलती से विस्फोट होने की संभावना अधिक होती है।
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