• SCO की अस्ताना (कजाखस्तान) में आयोजित इस बैठक में एक संयुक्त विज्ञप्ति जारी की गई।
इसमें SCO सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों ने ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ के विचार को विकसित करने पर सहमति व्यक्त की।
• यह विचार ‘वसुधैव कुटुंबकम’ यानी ‘विश्व एक परिवार है’ के प्राचीन भारतीय दर्शन पर आधारित है।
• वसुधैव कुटुंबकम का उल्लेख ‘महा उपनिषद’ में मिलता है।
भारत के लिए SCO का महत्त्वः
• भू-राजनीतिकः यह बहुपक्षीय वैश्विक व्यवस्था के समर्थक के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत कर रहा है।
साथ ही, यह भारत के लिए उसकी रणनीतिक स्वायत्तता बनाए रखने में भी मददगार है।
• आर्थिकः इसने भारत को लौह अयस्क, कोयला, प्राकृतिक गैस, यूरेनियम आदि के भंडारों से समृद्ध मध्य एशियाई क्षेत्र तक पहुंच प्रदान की है।
• आतंकवाद-रोधी: SCO की क्षेत्रीय आतंकवाद-रोधी संरचना (RTS) आतंकवादियों की गतिविधियों और नशीली दवाओं की तस्करी पर महत्वपूर्ण जानकारी एवं खुफिया सूचनाएं प्राप्त करने में मदद करती है।
• कनेक्टिविटीः यह मंच चाबहार बंदरगाह; अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा; तुर्कमेनिस्तान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान-भारत (TAPI) प्राकृतिक गैस पाइपलाइन जैसी परियोजनाओं के कार्यान्वयन में भी सहायक है.
SCO में भारत के लिए चुनौतियां:
• चीन का अधिक प्रभावः
चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का भारत को छोड़कर SCO के सभी सदस्यों ने समर्थन किया है।
इससे SCO पर चीन का अधिक प्रभाव स्पष्ट होता है।
• पाकिस्तान भी SCO का सदस्य है।
ऐसे में पाकिस्तान और चीन के साथ भारत की प्रतिद्वंद्विता का असर इस समूह की बैठकों पर भी पड़ रहा है।
• पश्चिमी देश SCO को पश्चिम-विरोधी मंच के रूप में देखते हैं।
• इसकी संस्थागत क्षमता सीमित है और निर्णय लेने की प्रक्रिया भी जटिल है।
शंघाई सहयोग संगठन के बारे में:
• मुख्यालयः बीजिंग (चीन)।
• उत्पत्तिः इसकी स्थापना 2001 में शंघाई शिखर सम्मेलन में कजाकिस्तान, चीन, किर्गिज गणराज्य, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान ने मिलकर की थी।
Note:- 9 जून, 2017 को भारत और पाकिस्तान शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के पूर्ण सदस्य बन गए.
• SCO के बारे में: यह एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन है।
• सदस्यः 9 पूर्ण सदस्य देश, 3 पर्यवेक्षक देश और 6 डायलाग पार्टनर ।
• आधिकारिक भाषाः रूसी और चीनी।
लक्ष्यः सदस्य देशों के बीच आपसी विश्वास और अच्छे-पड़ोसी संबंधों को मजबूत करना।