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माउंट एटना(Mount Etna) ज्वालामुखी में दुर्लभ “वॉल्कैनिक वॉरटेक्स रिंग्स (VVR)” दर्ज किए गए

(Mount Etna)ज्वालामुखीय धुएं से छल्ले कैसे बनते है

• गौरतलब है कि वॉल्कैनिक वॉरटेक्स रिंग्स (VVR) को ज्वालामुखीय धुएं के छल्ले (Smoke rings) भी कहा जाता है। ये छल्ले ज्वालामुखी में बने क्रेटर में सर्कुलर वेंट (छिद्र) के जरिए जलवाष्प जैसी गैसों के बाहर निकलने के दौरान बनते हैं।

• वास्तव में इस परिघटना में ज्वालामुखी क्रेटर से धुआं ऐसे निकलता है, जैसे कोई व्यक्ति सिगरेट के धुएं से छल्ले बनाता है।

• माउंट एटना(Mount Etna) दुनिया का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी है।

यह सिसिली (इटली) के पूर्वी तट पर स्थित है। 

• साथ ही, यह यूरोप का सबसे ऊंचा ज्वालामुखी भी है।

• यह(Mount Etna) यूनेस्को की विश्व धरोहरों में शामिल है।

• यह भूमध्य सागर क्षेत्र के अत्यधिक सक्रिय विवर्तनिकी (Tectonic) जोन में स्थित है।

यह क्षेत्र मध्य-महाद्वीपीय ज्वालामुखी बेल्ट का हिस्सा है। 

• सक्रिय ज्वालामुखियों वाली अन्य बेल्ट हैं- सर्कम-पैसिफिक बेल्ट (रिंग ऑफ फायर) और मध्य-अटलांटिक बेल्ट।

भूमध्य सागर क्षेत्र  में अत्यधिक सक्रिय विवर्तनिकी क्षेत्र क्यों है:

• यह क्षेत्र यूरेशियन और अफ्रीकी महाद्वीपीय प्लेट्स की अभिसरण सीमा (Convergent boundary) पर स्थित है।

साथ ही, इस क्षेत्र में कई अन्य लघु विवर्तनिक प्लेट्स भी स्थित हैं।

जब एक विवर्तनिक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे धंसती है और जहां भूपर्पटी नष्ट होती है, वह अभिसरण सीमा होती है।

• प्लेट्स के अभिसरण (Convergence) से समुद्र के पश्चिमी भाग में प्रविष्ठन क्षेत्र (Subduction zone) बनता है।

इससे ज्वालामुखी का निर्माण होता है। 

• प्रविष्ठन क्षेत्र वह जोन है, जहां पृथ्वी की दो विवर्तनिक प्लेट्स के बीच टकराव होता है और एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे धंसकर मेंटल परत में जाकर पिघल जाती है। इस पिघली हुई प्लेट से ही मैग्मा बनता है।

• इस क्षेत्र में सागर के भीतर ज्वालामुखियों की श्रृंखलाएं बन गई हैं।

• इस क्षेत्र में स्थित कुछ महत्वपूर्ण ज्वालामुखी हैं: माउंट वेसुवियस, स्ट्रॉम्बोली आदि।

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