केसरिया स्तूप(Kesariya Stupa):
केसरिया स्तूप(Kesariya Stupa) विश्व का सबसे ऊंचा और सबसे बड़ा बौद्ध स्तूप है।
केसरिया स्तूप(Kesariya Stupa) के बारे में:
• यह बिहार में स्थित है।
• यह गोलाकार है। इसे ईंट, मिट्टी और चूने के मोर्टार से बनाया गया है।
• इसकी ऊंचाई 104 फीट है। इस तरह यह जावा (इंडोनेशिया) में स्थित विश्व धरोहर स्मारक “बोरोबुदुर स्तूप” से भी ऊंचा है।
• इस स्तूप का निर्माण तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में मौर्य सम्राट अशोक ने करवाया था।
• अशोक ने भारतीय उपमहाद्वीप में बौद्ध धर्म के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
• ऐसा माना जाता है कि इस स्तूप का निर्माण उस जगह के स्मरण में किया गया था, जहां भगवान बुद्ध ने अपना 22वां उपदेश दिया था।
इसी जगह पर उन्होंने अपनी मृत्यु (महापरिनिर्वाण) की भविष्यवाणी की थी।
केसरिया स्तूप की अन्य जानकारी:
केसरिया बुद्ध स्तूप(Kesariya Stupa) भारत के बिहार के केसरिया में स्थित एक प्रसिद्ध बौद्ध स्मारक है।
स्तूप बौद्धों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल माना जाता है और दुनिया भर से पर्यटक यहाँ आते हैं।
स्तूप ईंटों से बना है और एक विशाल गोलाकार मंच पर खड़ा है।
यह जटिल नक्काशी और बौद्ध देवताओं की मूर्तियों से सुशोभित है।
स्तूप के आस-पास के क्षेत्र को एक सुंदर पार्क में विकसित किया गया है, जो आगंतुकों के लिए एक शांत और शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करता है।
स्तूप का धार्मिक महत्व है और यह ध्यान और आध्यात्मिक अभ्यास के लिए एक स्थान है।
यह क्षेत्र में समृद्ध बौद्ध विरासत की याद दिलाता है।
केसरिया बुद्ध स्तूप(Kesariya Stupa) पर कई बौद्ध त्यौहार और अनुष्ठान मनाए जाते हैं, जो बड़ी संख्या में भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
स्तूप बिहार में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है और प्राचीन बौद्ध वास्तुकला और धार्मिक प्रथाओं की झलक पेश करता है।
केसरिया बुद्ध स्तूप का दौरा करना आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अनुभव और बौद्ध धर्म के इतिहास और शिक्षाओं को जानने का अवसर हो सकता है।