काँवर झील या कंवर ताल(Kanwar Taal or Kabar Taal) लगातार सूखती जा रही है।
काँवर झील या कंवर ताल(Kanwar Taal or Kabar Taal)के बारे में:
इसे कबरताल आर्द्रभूमि भी कहा जाता है। यह बिहार के बेगूसराय जिले में स्थित है।
काँवर झील मीठे पानी की एक प्राकृतिक आर्द्रभूमि है। इस झील को गंडक, बाया और करेह नदियों से पानी मिलता है।
यह बिहार का पहला रामसर स्थल है। इसे 2020 में अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि घोषित किया गया था।
यह मध्य एशियाई उड़ान मार्ग पर प्रवासी पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण ठहराव स्थल है। यहां 58 प्रकार के प्रवासी जलपक्षी विराम और भोजन करने के लिए ठहरते हैं।
महत्वपूर्ण प्रजातियांः लाल सिर वाला गिद्ध, श्वेत पुट्ठे वाला गिद्ध और भारतीय गिद्ध।
महत्त्वः यह झील तलछट के जमाव स्थल के रूप में कार्य करती है।
यह कई प्रवासी प्रजातियों के लिए आश्रय स्थल है। यह आजीविका का अवसर उपलब्ध कराती है।
यह मछलियों व उभयचरों के जीवन को आधार प्रदान करती है।
खतराः जल निकासी तंत्र, जल की कमी, बांध व नहरों के निर्माण जैसी जल प्रबंधन गतिविधियां आदि।