ओडिशा के श्री जगन्नाथ मंदिर(Jagannatha Temple) के चारों दरवाजे भक्तों के प्रवेश के लिए खोल दिए गए हैं।
कोविड-19 महामारी के समय इस मंदिर के सभी दरवाजे बंद कर दिए गए थे।
बाद में केवल एक दरवाजा “सिंहद्वार” को खोला गया था, जबकि शेष तीन दरवाजे बंद रखे गए थे।
श्री जगन्नाथ मंदिर(Jagannatha Temple) के बारे में:
यह मंदिर ओडिशा के पुरी में स्थित है और इसे व्हाइट पैगोड़ा भी कहा जाता है।
यह मंदिर भगवान जगन्नाथ (भगवान विष्णु के अवतार), उनकी बहन देवी सुभद्रा और बड़े भाई भगवान बलभद्र (पवित्र लिदेव) को समर्पित है।
इसका निर्माण गंग राजवंश के शासक अनंतवर्मन चोडगंग देव ने करवाया था।
यह भारत के चार धामों में से एक है। अन्य तीन धाम हैं- द्वारका, बद्रीनाथ और रामेश्वरम।
स्थापत्य कला शैली: कलिंग स्थापत्य कला। इसके चार घटक या हिस्से हैं- विमान या देउल (गर्भगृह), जगमोहन, नटमंडप और भोगमंडप ।
मंदिर की स्थापत्य शैली दो प्रकार की मंदिर संरचनाओं का संयोजन है अर्थात्- रेखा और पिधा (या पीढ़ा)।