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गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र ने 2014 में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस(INTERNATIONAL YOGA DAY) घोषित किया था।

इसका उद्देश्य योग करने से जुड़े कई लाभों के बारे में विश्व भर में जागरूकता बढ़ाना है।

भारत ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा में संकल्प का मसौदा प्रस्तुत किया था।

175 सदस्य देशों ने इस संकल्प के पक्ष में मतदान किए थे।

(INTERNATIONAL YOGA DAY)

योग के बारे में:

INTERNATIONAL YOGA DAY

अर्थः “योग” शब्द संस्कृत के “युज” धातु से बना है जिसका अर्थ है “मिलाना” या “जोड़ना”।

इसे शरीर, मस्तिष्क और आत्मा के संयोजन के रूप में देखा जा सकता है।

साथ ही, इसे संपूर्ण स्वास्थ्य और सेहतमंदी का राज भी माना जाता है।

छह भारतीय दर्शनों (षड्दर्शन) में “योग” दर्शन भी शामिल है। शेष पांच भारतीय दर्शन हैं- वैशेषिक, न्याय, सांख्य, पूर्व मीमांसा और वेदांत या उत्तर मीमांसा।

योग की उत्पत्तिः

सिंधु घाटी सभ्यता की कई मुहरों और जीवाश्म अवशेषों में “योगाभ्यास” के साक्ष्य प्राप्त होते हैं।

इससे पता चलता है कि प्राचीन काल से ही भारत में योग का अभ्यास किया जाता रहा है।

“योग” शब्द का उल्लेख चारों वेदों में किया गया है।

हालांकि, दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व के पतंजलि के “योगसूत्र” में योग का व्यवस्थित तरीके से उल्लेख मिलता है।

पतंजलि की एक अन्य रचना है: महाभाष्य (यानी विस्तृत टीका)

(INTERNATIONAL YOGA DAY)योग और सांस्कृतिक कूटनीति के बीच संबंधः

योग “भारत की सॉफ्ट पावर” कूटनीति के एक प्रमुख साधन के रूप में सामने आया है।

साथ ही, यह सांस्कृतिक कूटनीति में प्रमुख भूमिका निभाते हुए “भारत के सबसे बड़े सांस्कृतिक दूत” के रूप में भी उभरा है।

“एक-दूसरे की समझ को बढ़ावा देने के लिए देशों और उनके लोगों के बीच विचारों, जानकारियों, कला रूपों, भाषा और संस्कृति के अन्य पहलुओं का आदान-प्रदान” ही सांस्कृतिक कूटनीति कहलाता है।

ग्रीष्म संक्रांति या अयनांत (21 जून):

इस दिन उत्तरी गोलार्ध सूर्य की ओर झुका होता है और सूर्य की किरणें सीधे कर्क रेखा पर पड़ती हैं।

उत्तरी ध्रुव के सूर्य की ओर झुकाव या उन्मुख होने के चलते आर्कटिक वृत्त से उत्तर में मौजूद स्थानों पर लगभग छह महीने तक लगातार दिन का उजाला रहता है।

उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात 21 जून को ही होती है।

इस समय दक्षिणी गोलार्ध में ठीक इसके उलट स्थितियां होती हैं, अर्थात् सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात।

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