अमेरिकी मैगजीन न्यूज़वीक को हाल ही में दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा- हमें चीन(India-China) के साथ तत्काल बात करके सीमा विवाद जल्द सुलझा लेना चाहिए.
पीएम मोदी ने चीन के साथ रिश्तों पर कहा,
“जो देश अपनी सप्लाई चेन में विस्तार देखना चाहते हैं उनके लिए भारत स्वाभाविक पसंद है.”
इसके अलावा इंटरव्यू में मोदी ने जम्मू कश्मीर, महिलाओं, चुनाव और आर्थिक विकास जैसे मुद्दों पर बात की.
बीजेपी लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने की कोशिश कर रही है.
पार्टी ने अपने लिए पहले से भी बड़ा लक्ष्य तय किया और पश्चिम बंगाल समेत दक्षिण के राज्यों में भी बीजेपी नेता काफी प्रचार कर रहे हैं.
भारत-चीन(India-China) सीमा विवाद
भारत चीन(India-China) के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है. ये सीमा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से होकर गुज़रती है.
इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि चीन और भारत को जल्द से जल्द लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल यानी एलएसी का मसला सुलझा लेना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लिए चीन के साथ संबंध महत्वपूर्ण हैं और इसलिए दोनों को लंबे वक्त से चल रही इस स्थिति को जल्द से जल्द सुलझाना चाहिए.
उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि अपनी सीमाओं पर लंबे समय से चल रही स्थिति को हमें तुरंत सुलझाने की ज़रूरत है ताकि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय चर्चा में मुश्किल स्थिति को पीछे छोड़ा जा सके.”
उन्होंने कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर होने वाली बातचीत का ज़िक्र किया.
पीएम मोदी ने कहा, “दोनों मुल्कों भारत चीन(India-China) के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है.
ये सीमा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से होकर गुज़रती है.
भारत और चीन के बीच स्थायी और शांतिपूर्ण रिश्ते ना केवल हम दोनों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं.
मुझे उम्मीद है कि सकारात्मक द्विपक्षीय बातचीत से हम सीमा पर शांति बहाल करने में सक्षम होंगे.”
विपक्ष ने कई बार ये आरोप लगाया है कि भारत की ज़मीन पर चीनी सेना कब्ज़ा कर रही है.
2020 में गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी.
इस झड़प में 20 भारतीय सैनिकों की जान गई थी.
तब पीएम मोदी ने कहा था- ना कोई हमारे क्षेत्र में घुसा है और ना किसी पोस्ट पर क़ब्ज़ा किया है
भारत और चीन(India-China) के बीच रिश्तों पर क्या बोले?
पीएम मोदी ने कहा कि एक लोकतांत्रिक राजनीति और वैश्विक आर्थिक विकास के इंजन के रूप में भारत उन लोगों के लिए स्वाभाविक पसंद है जो अपने सप्लाई चेन में विविधता देखना चाहते हैं
मोदी ने अर्थव्यवस्था से जुड़े अपनी सरकार के फ़ैसलों को परिवर्तन लाने वाले सुधार कहा.
उन्होंने कहा कि सरकार जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर), कॉर्पोरेट कर में कटौती, एफ़डीआई के नियमों में रियायत और लेबर क़ानूनों में सुधार लाई है.
उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि वैश्विक आबादी के छठे हिस्से वाला मुल्क जब इन क्षेत्रों में वैश्विक मानदंडों को अपनाएगा, तो इसका पूरी दुनिया पर सकारात्मक असर पड़ेगा.”
मोदी ने कहा, “हमारी मज़बूती देखते हुए वैश्विक स्तर पर अब ये माना जाने लगा है कि भारत प्रतियोगी दरों पर विश्व स्तरीय सामान बना सकता है.
हम दुनिया के लिए तो उत्पादन कर ही रहे हैं, हमारा अपना विशाल और आकर्षक घरेलू बाज़ार भी है.
भारत उन लोगों के लिए आदर्श जगह है जो विश्वसनीय और लचीली सप्लाई चेन बनाना चाहते हैं.”
पाकिस्तान से जुड़े सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, “मैं पाकिस्तान के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करूंगा.”
चीन और क्वाड पर क्या बोले?
इंटरव्यू में मोदी से क्वाड समूह को लेकर भी सवाल किया गया जिसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं.
माना जाता है कि ये समूह हिंद महासागर में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के उद्देश्य से बनाया गया है.
क्वाड से जुड़े सवाल के उत्तर में मोदी ने कहा कि
इसका उद्देश्य किसी देश के ख़िलाफ़ नहीं है बल्कि एससीओ और ब्रिक्स जैसे दूसरे समूहों की तरह ये समान विचारधारा वाले देशों का समूह है जो साझा सकारात्मक एजेंडे पर काम कर रहा है.
उन्होंने इंडो पैसिफ़िक के इलाक़े को वैश्विक व्यापार, इनोविशन और विकास का इंजन बताया और कहा कि इस इलाक़े की सुरक्षा न केवल क्षेत्र के लिए, बल्कि
दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है.
उन्होंने साफ किया कि क्वाड मुफ्त, आज़ाद और समावेशी इंडो पैसिफ़िक की वकालत करता है
मीडिया की आज़ादी पर क्या कहा
पीएम मोदी ने लोकतंत्र और मीडिया की आज़ादी पर कहा,
“भारत एक लोकतंत्र इसलिए नहीं है क्योंकि ये उसके संविधान में है बल्कि इसलिए है क्योंकि ये हमारे जीन में है.”
उन्होंने कहा कि मतदाताओं की लगातार बढ़ती भागीदारी इस बात का सबूत है कि लोगों को भारतीय लोकतंत्र पर भरोसा है.
उन्होंने मीडिया की तरफ इशारा करते हुए कहा कि
भारत जैसा एक विशाल लोकतंत्र इसलिए आगे बढ़ पा रहा है क्योंकि यहां एक जीवंत फीडबैक सिस्टम है.
उन्होंने कहा, “हमारा मीडिया इस संबंध में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
भारत में क़रीब डेढ़ लाख मीडिया पब्लिकेशन्स हैं और सौ के आसपास न्यूज़ चैनल हैं.”
हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि भारत और पश्चिम में कुछ लोग ऐसे हैं जिनका भारत के लोगों के साथ जुड़ाव टूट चुका है.
उन्होंने कहा, “ऐसे लोग अपने ही वैकल्पिक हकीकत के इको चेम्बर में रहते हैं.
ये लोगों से अपनी दूरी को मीडिया की आज़ादी कम होने के दावों के साथ जोड़ते हैं.”
जम्मू कश्मीर और 370 हटाने पर
5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को हटा दिया था.
साथ ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख़ को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों में तब्दील कर दिया था.
370 हटाए जाने के बाद पीएम मोदी ने बीते दिनों पहली बार कश्मीर का दौरा किया था.
इंटरव्यू में मोदी ने कहा,
”मैं सभी से गुज़ारिश करूंगा कि वो जम्मू कश्मीर ज़रूर घूमने जाएं ताकि वहां आए बदलावों को खुद देख सकें.”
उन्होंने कहा, “दूसरे जो आपको बताते हैं उस पर यकीन मत करिए. मैं पिछले महीने जम्मू-कश्मीर गया था.
पहली बार अपने जीवन में लोगों को नई उम्मीद दिखी है.
विकास की प्रक्रिया, बेहतर गवर्नेंस और सशक्तिकरण देखने के लिए अपनी आंखों पर यकीन करें.”
मोदी ने चरमपंथी घटनाओं में गिरावट की बात की.
पीएम मोदी ने कहा कि पहले लोगों के जीवन को बाधित करने वाली हड़ताल, पथराव जैसी घटनाएं अब पुरानी बात हो गई है.
महिलाओं की स्थिति पर मोदी की राय
मोदी ने कहा कि देश के विकास की राह में महिलाएं सबसे आगे हैं.
उन्होंने कहा, “हमने महिला विकास शब्द को महिला नेतृत्व वाले विकास में बदल दिया है.”
उन्होंने संसद और विधानसभा में महिलाओं के लिए 33 फ़ीसदी आरक्षण देने वाले क़ानून पास होनी की बात की.
साथ ही कहा कि आगामी आम चुनावों में नए मतदाताओं के रूप में 15 फ़ीसदी अधिक महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है.
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल में महिला स्वास्थ्य की दिशा में भी सकारात्मक काम हुआ है.
मातृ मृत्यु दर जो 2014 में 130 थी [एक लाख लाइव बर्थ में] 2020 में गिरकर 97 हो गई है.
इसके अलावा सरकार ने मातृत्व लाभ में 26 सप्ताह की पेड लीव का प्रावधान किया है.
उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों के साथ-साथ दूसरे क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है.
उन्होंने कहा, “भारत में पायलटों में लगभग 15 फ़ीसदी महिलाएं हैं, जो दुनिया में सबसे अधिक हैं.”
उन्होंने कहा- मैं पहला प्रधानमंत्री हूं जिसने शौचालय और सैनिटरी पैड जैसे मुद्दों पर बात की