उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई सत्संग में मची भगदड़(Hathras Crowd Disasters) से अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस सत्संग का आयोजन सिकंदराराउ इलाके के फुलराई गांव में हुआ था।
ये सत्संग नारायण साकार हरि उर्फ साकार विश्व हरि का था।
इन्हें लोग ‘भोले बाबा’ बुलाते हैं। भोले बाबा का असली नाम सूरजपाल है।
भगदड़(Hathras Crowd Disasters) का आशय उस स्थिति से है, जब भीड़ की व्यवस्थित आवाजाही में किसी कारणवश व्यवधान उत्पन्न हो जाता है,
जिससे लोग अनियंत्रित होकर इधर-उधर भागने लगते हैं। इसके परिणामस्वरूप, कई लोग घायल हो जाते हैं और गंभीर स्थिति में उनकी मृत्यु भी हो जाती है।
भारत में भगदड़(Hathras Crowd Disasters) से जुडी कुछ प्रमुख दुर्घटनाएं निम्नलिखित हैं:
सबरीमाला भगदड़, 2011;
कालकाजी मंदिर का चबूतरा ढहने की घटना, 2024; आदि।
भगदड़ (Hathras Crowd Disasters) के लिए जिम्मेदार कारण:
संरचनात्मकः
बैरिकेड्स का टूटना, फिसलन भरी सड़कें, दुर्गम क्षेत्र आदि।
आगजनी / बिजली गिरनाः
अग्नि संहिता का उल्लंघन, अग्निशामक यंत्रों की अनुपलब्धता आदि। उदाहरण के लिए 1997 में अग्नि संहिता के उल्लंघन के कारण उपहार सिनेमा में अग्निकांड की घटना घटित हुई थी।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कम सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, CCTV का अभाव आदि।
एजेंसियों (जैसे जिला मजिस्ट्रेट, अग्निशमन सेवा आदि) के बीच समन्वय का अभाव इत्यादि।
भीड़ प्रबंधन:
यह एक लोक सुरक्षा कार्य है। इसके तहत भीड़ संबंधी आपदाओं, झगड़े या दंगों आदि के प्रकोप को रोकने के लिए भीड़ को प्रबंधित किया जाता है।
भीड़ प्रबंधन पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के दिशा-निर्देश:
क्षमता योजनाः
इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कार्यक्रम के लिए अवसंरचना और
अन्य सुविधाओं की व्यवस्था कार्यक्रम की लोकप्रियता, उसकी अवधि, स्थानीय मौसम, क्षेत्र, स्थानीय आबादी आदि के आधार पर करना चाहिए।
स्थानीय सरकार को कार्यक्रम की मौजूदा क्षमता और अन्य आवश्यक जरूरतों का निर्धारण करके कार्यक्रम के लिए सेफ्टी कोड बनाना चाहिए।
जोखिम विश्लेषण और तैयारी:
कार्यक्रम के आयोजक या इसकी योजना बनाने वाले के द्वारा कार्यक्रम में,
किसी भी प्रकार के संभावित खतरे और जोखिमों का विश्लेषण किया जाना चाहिए।
सूचना प्रसारः
आयोजन स्थल पर आने वाले आगंतुकों के साथ निरंतर संवाद करना चाहिए और उन्हें उचित जानकारी प्रदान करनी चाहिए।
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Kya information di hai guru ji