सोने की कीमत(Gold Price) लगातार आसमान छूती जा रही हैं,
ऐसा बहुत कम होता है जब सोने की कीमत में मामूली गिरावट देखने को मिलती है,
अगर हम दिल्ली की बात करें तो इस 5 अप्रैल को 24 कैरेट के 10gm सोने की कीमत 71हजार के पार पहुंच चुकी है
सोनी कीमत(Gold Price) में इतनी बढ़ोतरी क्यों हो रही है
इसकी वजह बताते हुए मद्रास मर्चेंट एसोसिएशन के महासचिव शांता कुमार कहते हैं कि दामों के बदलाव(Gold Price) की मुख्य वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में हो रहे बदलाव है।
शांता कुमार कहते हैं है कि दुनिया भर में सोने के दाम(Gold Price) लंदन बुलियन मार्केट से तय होते हैं
यह दुनिया भर में सोने के लिए लेनदेन का मुख्य प्लेटफार्म है।
दुनिया भर में सोने का खनन करने वाले मुख्य कारोबारी और उद्योगपति लंदन बुलियन मार्केट से जुड़े होते हैं।
अब इस बाजार में सोने के दाम ऊपर जा रहे हैं जो अंतरराष्ट्रीय बाजारों में असर दिख रहा है।
ट्रॉय औंस क्या है:
ट्रॉय औंस सोना, चांदी, प्लैटिनम और पैलेडियम जैसी कीमती धातुओं के वजन को मापने की एक इकाई है।
आप ट्रॉय औंस के हिसाब से रत्नों की बिक्री भी देख सकते हैं,
लेकिन विक्रेता अक्सर कैरेट के हिसाब से रत्नों की कीमत तय करते हैं।
कीमती धातु और पदार्थों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में ट्रॉय औंस सिस्टम के तहत तोला जाता है
एक औंस में 31.1ग्राम होते हैं।
वही इस समय $1 की कीमत ₹83 रुपए से ऊपर पहुंच चुकी है
डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत में आ रही गिरावट से भी सोने की कीमतों मे बढ़ोतरी हो रही है
शांता कुमार का कहना है कि सोने की कीमतों(Gold Price) में बढ़ोतरी के और भी अन्य कारण है जैसे आयात शुल्क और वैश्विक स्तर पर चल रहे युद्ध।
भारत प्रतिवर्ष 800 टन सोने का आयात करता है।
भारत,न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका ओर दुबई जैसे स्थानों से सोने का आयात करता है
अमेरिका की अर्थव्यवस्था के संकट को भी शांता कुमार भारत के बाजारों में सोने की कीमतों मे हो रही बढ़ोतरी का कारण मानते हैं।
शांता कुमार का कहना है कि अमेरिका मैं रियल स्टेट सेक्टर में भी गिरावट आ रही है और शेयर बाजार में भी बढ़त की कोई ट्रेजेक्ट्री दिखाई नहीं दे रही है।
महंगाई बढ़ रही है और इन सब का असर अर्थव्यवस्था पर हो रहा है
और इससे भी सोने के दाम प्रभावित हो रहे हैं।
इसके बावजूद भी लोग सोने में निवेश क्यों कर रहे हैं
इसका सीधा-साधा जवाब यही है कि लोग लंबे समय के लिए सोने में निवेश करते हैं
ताकि सोने की कीमतों(Gold Price) में बढ़ोतरी हो उनका पैसा वापस आ सके क्योंकि ऐतिहासिक रूप से सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है।
भारत सहित एशिया के देशों में सोने को पूंजी के रूप में देखा जाता है
लेकिन इनके अलावा अन्य देशों में सोने को निवेश के रूप में देखा जाता है।
अगर हम पिछले 20 सालों में देखें तो सोने के दामों में बढ़ोतरी हुई है
इसका मुख्य कारण यह है कि सोने की डिमांड बहुत अधिक है।
अंतरराष्ट्रीय वित्तीय फर्म जेपी मॉर्गन के मुताबिक सोने के दामों में और भी बढ़ोतरी हो सकती है और यह बढ़ोतरी 2025 तक हो सकती है।