संयुक्त किसान(Farmers) मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली में आयोजित म किसान महापंचायत में हिसार के किसान भारी संख्या में पहुंचे हैं। कुछ किसान संगठनों ने रात को ही दिल्ली की ओर कूच कर दिया था। काफी संख्या में किसान सुबह 4 बजे से दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई किसान मजदूर महापंचायत में 10 हजार से अधिक किसान पहुंचे हैं। किसान अपने निजी वाहनों और बसों में सवार होकर बहादुरगढ़ के रास्ते टिकरी बॉर्डर से होते हुए दिल्ली पहुंचे हैं। किसान बुधवार की देर रात यहां से रवाना हुए। किसानों(Farmers) के दिल्ली जाने की सूचना पर हरियाणा और दिल्ली पुलिस पूरी तरह अलर्ट रही, लेकिन टिकरी बॉर्डर पर न तो हरियाणा पुलिस और न दिल्ली पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की।
बहादुरगढ़ से दिल्ली जाने वाले किसान बीकेयू उगराहा संगठन के रहे। किसान 250 से अधिक वाहनों में सवार होकर दिल्ली पहुंचे हैं। बताया गया है कि यह किस पंजाब से यहां पहुंचे थे। किसानों(Farmers) के ट्रेनों से भी पहुंचने की संभावना थी, लेकिन ज्यादातर किसान अपने निजी वाहनों और बसों में सवार होकर पहुंचे हैं।
टिकरी बॉर्डर पर तैनात रहे अर्ध सैनिक बल के जवान:
वीरवार को किसानों (Farmers) के दिल्ली कूच करने के दौरान टिकरी बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस और अर्ध सैनिक बल जवान तैनात रहे। किसान बिना किसी रूकावट के दिल्ली की तरफ जाते रहे। बता दे कि पिछली बार बहादुरगढ़ टिकरी बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन के दौरान भी बीके उगराहा संगठन के लोगों की संख्या सबसे अधिक थी। इस बार भी उगराहा संगठन के लोग दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई किसान मजदूर महापंचायत में अच्छी खासी संख्या में पहुंचे हैं।
किसान(Farmers) मजदूर महापंचायत में न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी, बिजली बिल संशोधन की वापसी, लेबर कोड रद्द किए जाने, किसानों पर लगे मुकदमे खारिज करवाने, मनरेगा के काम 200 दिन मिले, 600 रुपये दिहाड़ी आदि मुद्दों पर की जाएगी। पगड़ी संभाल जट्टा संघर्ष समिति के सदस्य 8 मार्च को ही दिल्ली कूच करने के लिए निकल गए थे। पुलिस ने अग्रोहा से निकलने के बाद लांधड़ी टोल प्लाजा पर उनको रोक लिया। जिसके बाद किसानों ने यहां पर ही पक्का मोर्चा लगा दिया था। यहां पर डटे किसान भी दिल्ली पहुंच गए हैं।