दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश पर गठित संयुक्त कार्य बल ने गत जनवरी महीने में कोचिंग संस्थानों(Coaching Center) में आग से बचाव और,
दिल्ली मास्टर प्लान-2021 (एमपीडी) के नियमों के आधार पर भी कोचिंग सेंटर के प्रबंधों का आडिट किया था।
Delhi Coching Center:
कार्य बल ने कुल 103 कोचिंग संस्थान की जांच की। दोनों विभागों की टीम की जांच ने 38 कोचिंग सेंटर की जांच की और फायर एनओसी मांगी।
मुखर्जी नगर के कोचिंग संस्थानों के भीतर आग से बचाव के प्रबंधों की पड़ताल के लिए गठित दिल्ली नगर निगम और,
दिल्ली दमकल सेवा विभाग की संयुक्त कार्य बल (ज्वाइंट टास्क फोर्स) के 25 कोचिंग सेंटर को नोटिस के बाद अब नगर निगम ने कार्रवाई के लिए कमर कस ली है।
निगम अब जल्द ही 25 कोचिंग सेंटर को सील करेगा।
दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश पर गठित संयुक्त कार्य बल ने गत जनवरी महीने में कोचिंग संस्थानों में आग से बचाव और दिल्ली मास्टर प्लान-2021 (एमपीडी) के नियमों के आधार पर भी,
कोचिंग सेंटर के प्रबंधों का आडिट किया था। कार्य बल ने कुल 103 कोचिंग संस्थान की जांच की।
दोनों विभागों की टीम की जांच ने 38 कोचिंग सेंटर की जांच की और फायर एनओसी मांगी।
बताया जाता है कि केवल 13 कोचिंग सेंटर की फायर एनओसी प्रस्तुत कर पाए।
विभाग ने 25 कोचिंग सेंटर को नोटिस दिए और फायर एनओसी प्रस्तुत करने को कहा गया है।
इन कोचिंग संस्थानों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि मानक पूरे करो, या फिर संस्थान बंद किए जाएं।
नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि नोटिस के बावजूद मानक पूरे न करने वाले 25 कोचिंग सेंटर की सीलिंग की कार्रवाई अगले सप्ताह शुरू की जाएगी।
इन सभी 25 कोचिंग संस्थानों को अल्टीमेटम दिया था कि मानक पूरे नहीं किए गए तो खुद ही अपना कोचिंग सेंटर बंद कर दें।
लेकिन, लगभग सभी कोचिंग संस्थानों ने न तो फायर एनओसी दी और न ही अपने संस्थान बंद किए ।
निगम अब ऐसे कोचिंग संस्थानों को सील करेगा।
21 कोचिंग संस्थान(Coaching Center) समेट चुके हैं अपना बोरिया-बिस्तर:
बिना फायर एनओसी के चल रहे इन 25 कोचिंग संस्थानों के अलावा संयुक्त कार्यबल को ऐसे 36 सेंटर ऐसे भी मिले,
जो दिल्ली मास्टर प्लान व अग्नि सुरक्षा प्रबंध के मानकों पर खरे नहीं पाए गए।
इन संस्थानों को भी संयुक्त कार्य बल ने अपनी-अपनी कमियों को दुरुस्त करने को कहा था।
निगम अधिकारी ने बताया कि नियमाें पर खरा नहीं उतरने वाले संस्थान 21 खुद ही अपना बोरिया-बिस्तर समेट कर अन्यत्र चले गए हैं।