हर साल दुनियाभर में 19 जून को ‘वर्ल्ड सिकल सेल डे’ (Sickle Cells Disease)आयोजित किया जाता है।
वर्ल्ड सिकल सेल डे 2024 की थीम है- “होप थ्रू प्रोग्रेसः एडवांसिंग केयर ग्लोबली।”
सिकल सेल रोग(Sickle Cells Disease) के बारे में
सिकल सेल रोग(SCD), हीमोग्लोबिन से जुड़े आनुवंशिक विकारों का एक समूह है। इसमें आनुवंशिक उत्परिवर्तन के कारण असामान्य हीमोग्लोबिन एक साथ एकत्रित हो जाते हैं।
इस रोग में लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) के आकार में परिवर्तन हो जाता है।
इसमें RBC का सामान्य गोल आकार परिवर्तित होकर अर्धचंद्राकार या दरांती (Sickle) के आकार का बन जाता है।
अर्धचंद्राकार के आकार की कोशिकाएं रक्त प्रवाह में रुकावट पैदा करती हैं।
इससे शरीर में एनीमिया, दर्द, संक्रमण एवं अन्य जटिलताएं पैदा होती हैं।
यह बीमारी सामान्यतः भारत की जनजातीय आबादी में अधिक पाई जाती है, किंतु गैर- जनजातीय लोग भी इससे पीड़ित हैं।
भारत में, 2047 तक सिकल सेल रोग को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन शुरू किया गया है।