एक नवीन अध्ययन के अनुसार जलवायु परिवर्तन के कारण गैंडों(Rhinoceros) के समक्ष विलुप्त होने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
ऐसा इस कारण, क्योंकि बढ़ती गर्मी उनके लिए घातक सिद्ध होती जा रही है-
सतही क्षेत्र के कम होने से गर्मी यानी ऊष्मा सकेंद्रित हो रही है; ऐसा इसलिए क्योंकि अधिक सतही क्षेत्रफल (हाई सरफेस एरिया) ऊष्मा को विस्तारित करता है।
इनमें पसीना स्राव करने वाली ग्रंथियां नहीं होती हैं, इस कारण इन्हें पसीना नहीं आता है आदि।
गैंडों(Rhinoceros) के बारे में:
विश्व में गैंडों की 5 प्रजातियां हैं- सुमात्राई गैंडा, जावा गैंडा, काला गैंडा, विशाल एक सींग वाला गैंडा और सफेद गैंडा।
विशाल एक सींग वाला गैंडा भारत में पाया जाता है।
गैंडे कीस्टोन प्रजाति हैं। इसका अर्थ है कि ये वे विशाल शाकाहारी जीव हैं,
जो निम्नलिखित के माध्यम से संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में मदद करते हैं-
जियो-फॉर्मिंगः प्राकृतिक जल गर्तों का निर्माण करके भूमि को फिर से आकार प्रदान करना।
पोषण व बीजों का फैलाव करना और पादप जैव-विविधता बढ़ाने में योगदान करना।