भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, 2023-24 में भारत में 71 बिलियन अमेरिकी डॉलर का सकल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) हुआ था।
यह 2022-23 के 71.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर से थोड़ा कम है।
भारत में निवल FDI 2022-23 के 28.0 बिलियन अमरीकी डॉलर से घटकर 2023-24 में 10.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया था।
निवल यानी नेट प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से आशय है भारत में कुल FDI आने (इनफ्लो) और,
भारत से अन्य देशों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश जाने (आउटफ्लो) के बीच का अंतर।
भारत में सर्वाधिक Foreign direct investment सिंगापुर (प्रथम), मॉरीशस और संयुक्त राज्य अमेरिका से होता है।
भारत में सबसे अधिक FDI विनिर्माण क्षेत्रक को प्राप्त होता है।
इसके बाद विद्युत और कंप्यूटर सर्विसेज क्षेत्रकों को प्राप्त होता है।
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के बारे में
इसका अर्थ है किसी विदेशी व्यक्ति द्वारा पूंजीगत इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए भारत में किसी गैर-सूचीबद्ध भारतीय कंपनी में या,
किसी सूचीबद्ध भारतीय कंपनी की पोस्ट इश्यू पेड-अप इक्विटी पूंजी के 10% या उससे अधिक का निवेश करने से है।