सेवी (SEBI) ने म्युचुअल फंड नियमों में संशोधन किया है। इसके तहत एसेट मैनेजमेंट कंपनियों को फ्रंट रनिंग(Front Running) रोकने के लिए तंत्र स्थापित करना होगा।
फ्रंट रनिंग(Front Running) के बारे में:
शेयर बाजार में फ्रंट रनिंग तब होती है,
जब कोई ब्रोकर या ट्रेडर क्लाइंट ऑर्डर के संबंध में अग्रिम जानकारी के आधार पर पहले अपना स्वयं का ट्रेड कर लेता है।
यह एंटीसिपेटरी ट्रेडिंग किसी कंपनी के भविष्य के लेन-देन के बारे में अप्रकाशित (इनसाइडर) जानकारी के आधार पर की जाती है।
इसका उद्देश्य कंपनी के संभावित लेन- देन या निर्णय से उसके शेयर मूल्य में होने वाले बदलाव से लाभ कमाना होता है।
यह एक अनैतिक गतिविधि है,
जो बाजार की निष्पक्षता को बाधित करती है और यह गैर- कानूनी भी हो सकती है।
यह वित्तीय बाजारों पर निवेशकों के भरोसे को कमजोर करता है और,
अन्य निवेशकों के लिए असमान अवसर पैदा करता है।