त्रिपुरा में पहली बार ब्रू समुदाय(Bru or Reang) ने लोक सभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
ब्रू समुदाय(Bru or Reang) के बारे में:
• ब्रू समुदाय को रियांग के नाम से भी जाना जाता है।
यह समुदाय ऐतिहासिक रूप से मिजोरम,त्रिपुरा और दक्षिणी असम के कुछ हिस्सों में रहता आ रहा है।
• त्रिपुरा में रियांग को “विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (PVTG)” के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
• ये मिजोरम की मिजो जनजाति से नृजातीय रूप से भिन्न हैं।
• गौरतलब है कि 1997 में मिजो जनजाति के साथ नृजातीय संघर्ष के बाद 30,000 से अधिक ब्रू मिजोरम से पलायन कर गए थे।
उन्हें त्रिपुरा के शरणार्थी शिविरों में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
• 2020 में केंद्र सरकार, त्रिपुरा और मिजोरम की सरकारों तथा ब्रू-रियांग प्रतिनिधियों ने एक चतुष्पक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
इस समझौते में त्रिपुरा में ब्रू शरणार्थियों को स्थायी रूप से बसाने पर सहमति बनी थी।