Mon. Dec 23rd, 2024

• यह अध्ययन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नेतृत्व में किया गया था। इसमें “टीकाकरण पर विस्तारित कार्यक्रम (Expanded Programme on Immunization: EPI) का विश्लेषण किया गया है।

• यह कार्यक्रम WHO ने 1974 में शुरू किया था।

इसका उद्देश्य सभी देशों में सभी बच्चों को जीवन रक्षक टीकों का लाभ सुनिश्चित कराना है.

(WHO)अध्ययन के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर:

• टीकों की वजह से पिछले 50 वर्षों में हर साल हर मिनट 6 लोगों की जान बचाई गई है।

• शिशु मृत्यु दर को कम करने में खसरे (Measles) के टीकाकरण की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

• 14 बीमारियों के खिलाफ टीकाकरण ने वैश्विक स्तर पर शिशु मृत्यु दर को 40% तक कम करने में योगदान दिया है।

• टीकाकरण की वजह से बचाए गए प्रत्येक जीवन से औसतन 66 वर्ष का पूर्ण स्वस्थ जीवन प्राप्त हुआ है।

(WHO)टीकाकरण तक पहुंच में वृद्धि के लिए जिम्मेदार कारक:

WHO द्वारा टीकाकरण

• टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल अलग-अलग हितधारकों (जैसे सरकार, स्वास्थ्य एजेंसियां आदि) के बीच सहयोग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

• यूनिसेफ, GAVI जैसे संगठनों ने वैक्सीन की सभी भौगोलिक क्षेत्रों में पहुंच सुनिश्चित कराने में योगदान दिया है।

टीकाकरण में चुनौतियां:

• सभी क्षेत्रों और सभी समुदायों की टीकाकरण तक समान पहुंच नहीं है।

टीकाकरण के वित्त-पोषण में भी असमानता देखी जाती है।

• टीकाकरण के साइड इफेक्ट्स के बारे में लोगों को कम सूचनाएं दी जाती हैं या भ्रामक जानकारियां फैलाई जाती हैं।

इससे लोग टीका लगवाने से बचते हैं।

भारत में टीकाकरण से संबंधित पहलें:

• मिशन इंद्रधनुष (2014):

इसका लक्ष्य सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) के तहत उन सभी बच्चों को कवर करना है, जिनका टीके से बचाव योग्य बीमारियों के खिलाफ आंशिक टीकाकरण हुआ है या कोई टीका नहीं लगाया गया है।

• UIP के तहत 12 जानलेवा बीमारियों के खिलाफ निःशुल्क टीके लगाए जाते हैं।

• ये 12 बीमारियां हैं:

डिप्थीरिया, पोलियो, क्षय रोग (टीबी), खसरा एवं रूबेला, हेपेटाइटिस-बी, काली खांसी (pertussis), टिटनेस, मेनिनजाइटिस, निमोनिया, रोटावायरस डायरिया, न्यूमोकोकल निमोनिया और जापानी एन्सेफलाइटिस ।

• सघन मिशन इंद्रधनुष (2017):

इसका उद्देश्य दो वर्ष से कम उम्र के प्रत्येक बच्चे और टीकाकरण कार्यक्रम के तहत कवर नहीं की गई सभी गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करना है।

• पायलट मोड में नियमित टीकाकरण के लिए यू-विन डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया है।

गावी (GAVI) के बारे में:

• यह एक वैक्सीन अलायंस है। इसे जनवरी 2000 में लॉन्च किया गया था।

• इस अलायंस के मुख्य संस्थापक सदस्यों में WHO, यूनिसेफ और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (BMGF) शामिल हैं।

• इसे टीकाकरण पर विस्तारित कार्यक्रम (EPI) के प्रभाव का विस्तार करने और दुनिया के सबसे गरीब देशों में टीकाकरण कवरेज बढ़ाने में मदद करने के लिए स्थापित किया गया था।

2014 में, भारत गावी को दान देने वाला पहला कार्यान्वयनकर्ता देश बना था।

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