• ऑस्ट्रेलियाई सरकार(India & Australia) ने अपनी नेशनल डिफेंस स्ट्रेटजी (NDS) 2024 में ‘भारत को इंडो- पैसिफिक रीजन (IPR) में “शीर्ष स्तरीय सुरक्षा भागीदार” के रूप में रखा है।
• नेशनल डिफेंस स्ट्रेटजी में इस बात पर ‘भी प्रकाश डाला गया है कि ऑस्ट्रेलिया(India & Australia) व्यावहारिक द्विपक्षीय और,
बहुपक्षीय सहयोग, रक्षा उद्योग के क्षेत्र में सहयोग और सूचना साझा करने के लिए भारत के साथ अवसरों की तलाश जारी रखेगा।
इंडो-पैसिफिक रीजन यानी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत और ऑस्ट्रेलिया(India & Australia) के बीच सुरक्षा साझेदारीः
• क्वाडिलैटरल सिक्योरिटी डायलॉग (Quad/ क्वाड):
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए जापान और यू.एस.ए. के साथ मिलकर दोनों देश क्वाड में सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं।
• द्विपक्षीय सहयोगः
दोनों देशों(India & Australia) ने 2020 में अपने द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाते हुए इसे कॉम्प्रिहेन्सिव स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप (CSP) के स्तर तक पहुंचा दिया।
> हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सहयोग के लिए साझा दृष्टिकोण पर संयुक्त घोषणा- पत्र (2020):
इसके तहत इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।
• रक्षा सहयोगः
म्यूचुअल लॉजिस्टिक्स सपोर्ट अरेंजमेंट और डिफेंस साइंस एंड टेक्नोलॉजी इम्प्लीमेटिंग अरेंजमेंट के जरिए दोनों देशों ने रक्षा के क्षेत्र में परस्पर सहयोग को और मजबूत किया है।
• ऑस्ट्रा-हिंद (AUSTRAHIND) दोनों देशों के बीच एक संयुक्त सैन्य अभ्यास है।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत और ऑस्ट्रेलिया(India & Australia) के बीच साझेदारी क्यों मायने रखती है:
• इस क्षेत्र में नियम-आधारित व्यवस्था बनाए रखने के लिए,
• परिवहन की स्वंत्रता को बनाए रखने के लिए,
• इस क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए,
• उभरती प्रौद्योगिकियों और क्रिटिकल मिनरल्स के क्षेत्र में आपसी सहयोग के लिए,
• चीन की आक्रामक नीति को देखते हुए क्षेत्र में शक्ति-संतुलन को बनाए रखने के लिए, आदि।
भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों के अन्य पहलू:
• आर्थिकः
दोनों देशों ने 2022 में आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (Economic Cooperation and Trade Agreement) पर हस्ताक्षर किए।
• स्वच्छ ऊर्जा हेतु सहयोगः
नवीन और नवीकरणीय प्रौद्योगिकी पर 2022 में लेटर ऑफ़ इंटेंट पर हस्ताक्षर।
• क्रिटिकल मिनरल इन्वेस्टमेंट पार्टनरशिपः
AU क्रिटिकल मिनरल्स ऑफिस और खनिज विदेश इंडिया लिमिटेड (KABIL) के बीच 2022 में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर।
• परमाणु सहयोगः
2014 में असैन्य परमाणु सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।