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भारत में STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) में महिलाएं:

• CSIR रिपोर्ट, 2022 के अनुसार भारत में दुनिया का सबसे अधिक महिला STEM स्नातक प्रतिशत (लगभग 40%) है। हालांकि, देश में STEM क्षेत्रक की नौकरियों में उनकी हिस्सेदारी मात्र 14% है।

• जब STEM कार्यबल में महिलाओं की संख्या धीरे-धीरे कम होने लगती है, तो उसे ‘लीकी पाइपलाइन’ कहा जाता है।

• ‘लीकी पाइपलाइन’ के मुख्य कारणों में विवाह, प्रसव, पारिवारिक समर्थन की कमी, जेंडर-ब्लाइंड संस्थाएं आदि शामिल हैं।

» जिन संस्थाओं में नियुक्ति, प्रोन्नति इत्यादि में महिलाओं को प्राथमिकता नहीं दी जाती है, उन्हें जेंडर-ब्लाइंड संस्थाएं कहा जाता है।

STEM क्षेत्रक में महिलाओं की आवश्यकता क्यों है:

STEM क्षेत्रक में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी

• महिलाओं की भागीदारी से इस क्षेत्रक में कुशल कार्यबल की कमी को दूर किया जा सकता है।

• तेजी से बढ़ती वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में प्रत्येक जेंडर का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।

• जेंडर के आधार पर पारिश्रमिक में असमानता को कम करने और महिलाओं की आर्थिक सुरक्षा बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

• महिलाओं को STEM क्षेत्रक में प्रभावी और प्रबंधकीय भूमिकाएं निभाने का अवसर मिलने से समाज की जेंडर संबंधी रूढ़ियां समाप्त हो सकती हैं।

इससे छात्राओं को STEM क्षेत्रक में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।

STEM क्षेत्रक संबंधी करियर में महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए की गई सिफारिशें:

• प्रत्येक संगठन में स्थायी मेंटरशिप और समर्थन नेटवर्क स्थापित किया जाना चाहिए।

• प्रत्येक संस्थान में ‘समता और समावेशन के लिए कार्यालय’ का गठन अनिवार्य बनाया जाना चाहिए।

• सभी पैनल्स में महिला वैज्ञानिकों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाना चाहिए।

ऐसा विशेषकर करियर संबंधी अभियानों, भर्तियों, बजट प्रस्तावों आदि से संबंधित पैनल्स में अवश्य करना चाहिए।

• कैंपस में एक डे केयर सेंटर स्थापित किया जाना चाहिए।

STEM में महिलाओं को बड़ावा देने से जुड़ी पहलें: 

लैंगिक समानता हेतु 1995 में “बीजिंग डेक्लेरेशन एंड प्लेटफॉर्म फॉर एक्शन” लॉन्च किया गया।

यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी तक महिलाओं की समान पहुंच का समर्थन करता है।

केंद्र की जेंडर बजटिंग योजना के तहत, CSIR सहित भारतीय वैज्ञानिक संस्थाओं को अपने संगठनों में महिला-अनुकूल नीतियों को शामिल करना अनिवार्य किया गया है।

वीमन इन इंजीनियटिंग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी (WEST) पहल के तहत वैज्ञानिक बनने की इच्छुक महिला शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के लिए एक अवसर प्रदान किया जाता है।

अन्य पहलों में क्यूरी (CURIE), किरण (KIRAN), बायोकेयर (BioCARE) आदि शामिल हैं।

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