एक प्रकाशित शोध-पत्र का अनुसार डार्क एनर्जी(Dark Energy) स्पेक्ट्रोस्कोपिक इंस्ट्रूमेंट (DESI) ने ब्रह्मांड के विस्तार की सबसे सटीक माप प्रस्तुत की.
शोध-पत्र(Dark Energy) के मुख्य बिंदुओं पर एक नजरः
• इस शोध-पत्त्र के अनुसार ब्रह्मांड 68.5 (±0.6) किलोमीटर प्रति सेकंड प्रति मेगापरसेक (एक मिलियन पारसेक) की दर से विस्तार कर रहा है।
1 पारसेक 3.2616 प्रकाश वर्ष के बराबर होता है।
पहली बार, वैज्ञानिकों ने युवा ब्रह्मांड के विस्तार से जुड़े इतिहास को बेहतर सटीकता के साथ मापा है,
जिसमें त्रुटी की संभवना लगभग 1% से भी कम है।
• पिछले 11 अरब वर्षों में डार्क एनर्जी(Dark Energy) के प्रभावों का अध्ययन करने के लिए,
DESI ने ब्रह्मांड का सबसे बड़ा 3D मानचित्र बनाया है।
• ब्रह्मांड के प्रमुख मॉडल लैम्ब्डा CDM (कोल्ड डार्क मैटर) के अनुसार,
मैटर और डार्क एनर्जी दोनों ब्रह्मांड के विस्तार को विपरीत तरीकों से आकार देते हैं।
• मैटर और डार्क मैटर विस्तार को धीमा कर देते हैं, जबकि डार्क एनर्जी इसकी गति बढ़ा देती है।
• डार्क एनर्जी(Dark Energy) और डार्क मैटर दोनों ब्रह्मांड का अधिकांश हिस्सा (लगभग 95%) निर्मित करते हैं।
• डार्क एनर्जी, ब्रह्मांड का 68% हिस्सा है। यह ऊर्जा का एक अज्ञात रूप है।
इसके कारण ब्रह्मांड का त्वरित गति से विस्तार हो रहा है।
• डार्क मैटर, मैटर (पदार्थ) का एक काल्पनिक स्वरूप है, जिसे प्रत्यक्ष रूप से नहीं देखा जा सकता।
हालांकि, इसके अस्तित्व का अनुमान ब्रह्मांड में विजिबल (दृश्यमान) मैटर और बैकग्राउंड रेडिएशन पर इसके गुरुत्वाकर्षण प्रभाव से लगाया जाता है।
यह ब्रह्मांड का लगभग 27% भाग है।
डार्क एनर्जी स्पेक्ट्रोस्कोपिक इंस्ट्रूमेंट (DESI) के बारे में:
• DESI एक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का परिणाम है। यह 70 से अधिक संस्थानों (भारत सहित) के शोधकर्ताओं को एक साथ लाता है।
• यह भूमि पर संचालित डार्क एनर्जी(Dark Energy) प्रयोग है, जो ब्रह्मांड के विस्तार पर डार्क एनर्जी के प्रभाव को मापता है।
DESI, किट पीक नेशनल ऑब्जर्वेटरी (USA) में मेयॉल 4-मीटर टेलीस्कोप पर स्थित है।