Mon. Dec 23rd, 2024

अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) ने “ए डिकेड ऑफ डॉक्युमेंटिंग माइग्रेंट(Migrant) डेथ्स” शीर्षक से रिपोर्ट जारी की

• यह रिपोर्ट आईओएम के लापता प्रवासी(Migrant) परियोजना (एमएमपी) के दस साल पूरे होने के उपलक्ष्य में जारी की गई है।

• उल्लेखनीय है कि एमएमपी की शुरुआत 2014 में हुई थी। इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय प्रवास के दौरान होने वाली प्रवासियों की मौतों और लापता होने की घटनाओं को रिकॉर्ड करना है।

अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) के बारे में:

• इसकी स्थापना 1951 में हुई थी। यह प्रवासन(Migrant) के क्षेत्र में अग्रणी अंतर-सरकारी संगठन है।

• इसका मुख्यालय जिनेवा (स्विट्जरलैंड) में है। भारत सहित 175 देश इसके सदस्य हैं।

Migrant रिपोर्ट के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर:

• तीन में से एक से अधिक प्रवासी(Migrant) (जिनके मूल देश की पहचान की गई है) संघर्ष का सामना कर रहे देश से हैं।

 • आईओएम के लापता प्रवासी परियोजना के तहत जिन प्रवासियों की मृत्यु दर्ज की गई है, उनमें से दो तिहाई की पहचान नहीं हो पाई है।

प्रवास के दौरान मृत्यु के कारण हैं: 

जल निकाय में डूबने से मृत्यु: वाहन दुर्घटना; श्वसन के दौरान जहरीली गैस या ईंधन के धुएं से दम घुटना; अपर्याप्त आश्रय; स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध न होना आदि।

प्रवासन(Migrant) क्या है: 

जब किसी कारण से कोई व्यक्ति अपने पारंपरिक निवास से दूसरे देश या अपने ही देश में किसी अन्य जगह रहने चला जाता है, तो उसे प्रवासन कहते हैं।

प्रवास(Migrant) के कारण: 

शहरीकरण, विवाह, आर्थिक असमानताएँ, राजनीतिक अस्थिरता, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव आदि।

प्रवास के प्रभाव:

• विभिन्न संस्कृतियों के लोग एक ही स्थान पर बस जाते हैं। इससे मिश्रित संस्कृति का विकास होता है।

• शहरों में अत्यधिक भीड़ बढ़ जाती है। 

इससे शहरों का अनियमित विकास होता है और मलिन बस्तियाँ बसने लगती हैं।

• प्रति व्यक्ति संसाधन अनुपात घट जाता है।

• प्रतिभा का पलायन होता है।  कुशल लोग बेहतर आर्थिक अवसरों की तलाश में गरीब देशों से विकसित देशों की ओर पलायन करते हैं।

प्रवास से संबंधित मुख्य पहले:-

वैश्विक पहल:

• सुरक्षित, व्यवस्थित और नियमित प्रवास के लिए वैश्विक समझौता (जीसीएम): 

यह प्रवास पर संयुक्त राष्ट्र के तहत तैयार किया गया पहला अंतर-सरकारी समझौता है। 

यह समझौता अंतर्राष्ट्रीय प्रवास के सभी पहलुओं को व्यापक रूप से कवर करता है।

भारत की पहले:

• प्रवासी भारतीय बीमा योजना जैसे कई कल्याणकारी उपाय उन देशों के लिए शुरू किए गए हैं जहाँ NRI रह रहे हैं।

• प्रवासियों को प्रस्थान-पूर्व अभिविन्यास प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। 

इसका उद्देश्य प्रवासी भारतीयों को विदेशों में बेहतर जीवन जीने में मदद करना और उन्हें उनके अधिकारों, कर्तव्यों आदि के बारे में जागरूक करना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *