शोधकर्ताओं ने यह खोज तब की जब वे(Callisto moon & Ozone) कैलिस्टो पर पराबैंगनी (यूवी) विकिरण की उपस्थिति में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) के रासायनिक विकास की जांच कर रहे थे।
इस दौरान उन्हें कैलिस्टो पर ओजोन(Callisto moon & Ozone) निर्माण के साक्ष्य मिले।
ओजोन(Callisto Moon & Ozone) और इसके महत्व के बारे में:
ओजोन ऑक्सीजन के तीन परमाणुओं से बनता है। यह एक अस्थिर यौगिक है। इसका निर्माण और विघटन आसान है।
पृथ्वी के वायुमंडल में ओजोन परत समताप मंडल में पाई जाती है। यह सूर्य से निकलने वाली हानिकारक यूवी विकिरण से पृथ्वी की रक्षा करती है। वायुमंडल में समताप मंडल सतह से लगभग 15-35 कि.मी तक की ऊंचाई के बीच फैला हुआ है।
U.V विकिरण से निम्नलिखित नुकसान पहुंच सकता है:
डीएनए को नुकसान पहुंचा सकती है;
उत्परिवर्तन(म्यूटेशन) पैदा कर सकता है;
मनुष्यों में त्वचा कैंसर और मोतियाबिंद आदि पैदा कर सकती है।
यूवी विकिरण पौधों की वृद्धि को भी बाधित करता है। साथ ही, इसका विभिन्न जीवों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है।
हालांकि, पृथ्वी की सतह के पास पाई जाने वाली ओजोन गैस को प्रदूषक माना जाता है। इसका मनुष्यों, पौधों और जानवरों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
कैलिस्टो(Callisto Moon & Ozone) के बारे में:
इसकी खोज गैलीलियो गैलीली ने की थी।
कैलिस्टो बृहस्पति का दूसरा सबसे बड़ा चंद्रमा और सौर मंडल का तीसरा सबसे बड़ा चंद्रमा है।
बृहस्पति के 95 आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त चंद्रमा हैं। गेनीमीड सबसे बड़ा चंद्रमा है।
यह सौर मंडल का वह खगोलीय पिंड है जिस पर सबसे अधिक क्रेटर मौजूद हैं।
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