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शरीर में कोलेस्ट्रॉल का(high cholesterol) स्तर बढ़ने पर कई तरह के संकेत दिखाई देते हैं। बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल का लेवल आपको कई तरह की प्रॉब्लम में डाल सकता है। 

  हृदय रोग के बहुत सारे संकेत होते हैं, जिसमें हाई कोलेस्ट्रॉल (high cholesterol) प्रमुख जोखिम कारक में से एक है। कोलेस्ट्रॉल लेवल का बढ़ना हृदय रोग के साथ-साथ स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाने का काम करता है। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी के डब्लूएचओ का कहना है कि हर तीसरे ह्रदय रोगी को हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होती है। 

हृदय रोगियों की बढ़ती समस्या ने हाई कोलेस्ट्रॉल को एक चिंता का विषय बना दिया है। हालांकि शरीर में ऐसे कई संकेत दिखाई देते हैं, जो हाई कोलेस्ट्रॉल(high cholesterol) के बढ़ने पर  आपको परेशान करते हैं, इसलिए ही इसे एक साइलेंट किलर के रूप में जाना जाता है।

1- क्या है कोलेस्ट्रॉल

कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का गाढ़ा तत्व है, जो हमारे रक्त में मौजूद होता है। भले ही इसे लोगों के बीच कोई खास तवज्जो नहीं दी जाती लेकिन कोशिकाओं को हेल्दी रखने के लिए आपके शरीर को इसकी जरूरत होती है।

2- हाई कोलेस्ट्रॉल(high cholesterol) का नुकसान

भले ही आपके शरीर को इसकी जरूरत हो लेकिन कोलेस्ट्ऱॉल का हाई लेवल(high cholesterol) आपकी रक्त वाहिकाओं में फैटी पदार्थ के निर्माण में मदद करता है और धीमे-धीमे ये बढ़ता जाता है।

नसों में कोलेस्ट्रॉल के बढ़ जाने से आपका रक्त धमनियों में सही तरीके से नहीं बह पाता, जिसकी वजह से हार्ट अटैक और स्ट्रोक की समस्या खड़ी हो जाती है।

3- क्यों जरूरी है कोलेस्ट्रॉल का सही लेवल

शरीर में कोलेस्ट्रॉल का संतुलित लेवल बनाए रखना बहुत ही जरूरी है। क्योंकि ये हमारी धमनियों में फैटी तत्व के निर्माण में मदद कर सकता है,

जिसकी वजह से हाथ और पैर में खून सही तरीके से नहीं पहुंच पाता है। ये स्थिति पेरिफेरल आर्टरी डिजीज कहलाती है, जिसमें व्यक्ति को तेज दर्द होता है।

4- हाई कोलेस्ट्रॉल(high cholesterol) से दर्द:

मेयो क्लीनिक ने खुलासा किया है कि एक हाथ में दर्द भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत हो सकता है।

अगर इसे बिना उपचार के छोड़ दिया जाए तो आपको बुनते, लिखते और दूसरे काम करते वक्त हाथ में दर्द के साथ ऐंठन भी हो सकती है।

आराम की स्थिति में हाथ को हिलाना-डुलाना से भी दर्द हो सकता है, जिसे क्लॉडिकेशन कहा जाता है।

यूके नेशनल हेल्थ सर्विस का कहना है कि ये दर्द हल्का और तेज दोनों प्रकार का हो सकता है और आमतौर पर पैरों को आराम देने के कुछ देर में बंद हो जाता है।

एजेंसी के मुताबिक, एक वक्त पर दोनों पैरों में दर्द हो सकता है लेकिन एक पैर में दर्द आपके लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर सकता है।

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